1117 श्रमिक बंगाल के लिए रवाना, दिव्यांग युवतियां जयपुर तक गई, वहां से अहमदाबाद
पश्चिमी बंगाल के करीब 1117 श्रमिकों को 10 लाख 96 हजार रुपए के निशुल्क टिकट देकर स्पेशल ट्रेन से घर के लिए रवाना किया गया। इस दौरान एक युवक अहमदाबाद जाने वाली दो दृष्टिहीन दिव्यांग युवतियां छोड़ने स्टेशन पहुंचा। जिला प्रशासन और रेलवे प्रशासन ने इन्हें इसी ट्रेन से जयपुर तक भिजवाने का प्रबंध किया। जयपुर में दृष्टिहीन दिव्यांग युवतियों को रेलवे के अफसरों ने रिसीव कर अहमदाबाद जाने वाली श्रमिक स्पेशल ट्रेन में रवाना किया।
सीकर स्टेशन से शुक्रवार को तीसरी श्रमिक स्पेशल ट्रेन रवाना हुई। ट्रेन में 1115 श्रमिकों को भेजा गया। इसमें 907 सीकर जिले के श्रमिक थे। शेष श्रीगंगानगर, चूरू सहित अन्य जिले से स्टेशन पहुंचे थे। सीकर व धोद उपखंड के श्रमिकों की सीकर स्टेशन पर स्क्रीनिंग कर ट्रेन में बिठाया गया। बंगाल के श्रमिकों में ज्यादातर सोने-चांदी की घड़ाई करने वाले हाथ कलाकार थे। नगर परिषद ने भोजन और हरिराम बहड सेवा संस्थान ने प्रवासियों काे पानी की बाेतल व मठरी का पैकिट गए।
इस अवसर पर कलेक्टर यज्ञ मित्र सिंह देव, सभापति जीवण खां, एसडीएम गरिमा लाटा, धोद राजपाल यादव, सीओ सीटी वंदिता राणा, एडीशनल सीएमएचओ डॉ. सीपी ओला, स्टेशन अधीक्षक रविकांत चौहला, शशि बहड़, जानकी प्रसाद इंदोरिया, जगदीश चौकड़िका, पूर्व पार्षद रविकांत तिवाड़ी, अंकित पारीक, स्वदेश सहित अन्य लोग मौजूद रहे। अशोक सांवलोदा, कोशल बगड़िया व राजवीर की टीम ने पानी बोटल, बिस्किट व नमकीन पैकेट वितरित किए। सीओ स्काउट बसंत लाटा ने बताया कि 35 सदस्यों की टीम ने स्टेशन पर श्रमिकों की लाइन लगाने और उन्हें कोच संख्या बताकर बिठाने में सहयोग दिया।
रेलवे ने दिव्यांग युवतियों को जयपुर में अटेंड कर दूसरी ट्रेन में बिठाया
सीकर में कंप्यूटर सीखने आए दिव्यांग युवक व दो युवती रेलवे स्टेशन पहुंचे। इन्होंने एडीएम जयप्रकाश नारायण को बताया कि इन दोनों युवतियों को अहमदाबाद जाना है। रात को जयपुर से अहमदाबाद जाने वाली श्रमिक स्पेशल ट्रेन का टिकट इनके पास है, लेकिन सीकर से जयपुर तक जाने की कोई व्यवस्था नहीं है। एडीएम ने रेलवे के अधिकारियों से बात कर इसी ट्रेन से इन्हें भिजवाने की व्यवस्था की। ट्रेन को रोककर दिव्यांगों को जयपुर में उतारा गया। रेलवे के अफसरों ने इरात को अहमदाबाद की ट्रेन में बिठाया।
चूरू से आए श्रमिकों का आरोप कहीं नहीं हुई स्क्रीनिंग
बंगाल की ट्रेन में चूरू जिले के 223 श्रमिकों को रवाना किया गया। कोच एस 12 में 71 लोगों का कहना था कि चूरू में उनकी कोई स्क्रीनिंग नहीं हुई। सुकृष्णा मंडल ने बताया कि उन्हें बस से सीकर स्टेशन भेज दिया। इधर, चूरू कलेक्टर संदेश नायक का कहना है कि सभी उपखंड मुख्यालय से स्क्रीनिंग के बाद श्रमिक रवाना किए गए हैं।
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source https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/sikar/news/1117-laborers-left-for-bengal-divyang-girls-went-to-jaipur-from-there-to-ahmedabad-127354203.html
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