दो महीने माइंस बंद रही...मई से इतनी तेजी कि भीलवाड़ा बिजौलिया एमई अाॅफिस राजस्व लक्ष्य में प्रदेश में नंबर वन
जिले में मार्च में लाॅकडाउन लगने के बाद अप्रैल तक खदानें बंद रहने से खनन काराेबार पर भी असर पड़ा लेकिन मई में खदानें चालू हाेने के बाद खनन काराेबार में इतनी तेजी अाई कि जिले के दाेनाें एमई अाॅफिस राजस्व टारगेट हासिल करने में प्रदेश में पहले स्थान पर हैं। यह अचीवमेंट भी केवल तीन महीने में हासिल किए हैं। भीलवाड़ा एमई अाॅफिस राशि अाैर बिजाैलिया मई अाॅफिस टारगेट के राशि के प्रतिशत के लिहाज से प्रदेश में पहले स्थान पर हैं। दाेनाें अाॅफिस के एमई माेहम्मद आरिफ अंसारी हैं।
अंसारी ने बताया कि प्रदेश में माैजूदा वित्तीय वर्ष में खनिज विभाग का राजस्व टारगेट 7000 करोड़ रुपए हैं। इनमें से भीलवाड़ा एमई अाॅफिस काे 1344 करोड़ रुपए का टारगेट है। यह प्रदेश का 19.2 प्रतिशत है। भीलवाड़ा एमई ऑफिस ने प्रदेश में अब तक 181.20 करोड़ रुपए का सर्वाधिक राजस्व हासिल किया है। यह अचीवमेंट राशि के लिहाज से प्रदेश में पहले पायदान पर है। इसी तरह बिजाैलिया एमई ऑफिस ने आबंटित लक्ष्य 54.60 करोड़ रुपए में से अब तक 22.63 करोड़ रुपए राजस्व हासिल किया है। यह टारगेट का 41.45 प्रतिशत है। राशि के प्रतिशत के लिहाज से देखा जाए ताे यह भी प्रदेश में सबसे ज्यादा है। यह टारगेट तीन महीने में अचीव किया है। विभाग काे सबसे ज्यादा राजस्व जिंक, सैंड स्टाेन, आयरन ओर से मिला है।
बिना अनुमति चल रहे ऑरेंज व ग्रीन श्रेणी उद्याेगों काे अब कंसेंट के लिए नहीं देनी पड़ेगी बकायात
काेराेना संक्रमण के कारण खराब वित्तीय हालात से जूझ रही प्रदेश की इंडस्ट्री काे प्रदूषण नियंत्रण मंडल ने राहत दी है। प्रदेश में अभी तक बिना अनुमति के चल रही ऑरेंज व ग्रीन कैटेगरी की इंडस्ट्री काे अब मंडल ने सभी तरह की बकायात से छूट देते हुए कंसेंट देने का निर्णय लिया है। मंडल के इस निर्णय का प्रदेश के हजाराें उद्यमियाें काे फायदा मिलेगा ऑरेंज कैटेगरी में 100 ऑर ग्रीन कैटेगरी में 76 प्रकार की इंडस्ट्री आती हैं। इस संबंध में मंडल के सदस्य सचिव डाॅ. विजय सिंघल ने 30 जुलाई काे आदेश जारी किया है।
मंडल के क्षेत्रीय अधिकारी महावीर मेहता ने बताया कि ऑरेंज व ग्रीन कैटेगरी में संचालित उद्याेगाें के लिए मंडल ने स्पेशल डिस्पेंशन स्कीम जारी की है। अब तक बिना कंसेंट चल रही दाेनाें तरह की इंडस्ट्री से कंसेंट देने के लिए वर्ष 2002 तक की सभी बकायात ली जाती थी लेकिन इस स्कीम में सभी तरह की बकायात माफ कर दी गई हैं। यह स्कीम एक अगस्त से 30 अक्टूबर तक लागू रहेगी। इस स्कीम के कारण उद्यमियाें काे बड़ा आर्थिक फायदा मिलेगा। 30 अक्टूबर के बाद आवेदन करने पर इस स्कीम का फायदा नहीं मिलेगा। भीलवाड़ा में अलग-अलग कैटेगरी के अनुसार टेक्सटाइल सहित अन्य प्रकार की कई इंडस्ट्री काे इस स्कीम का फायदा मिलेगा।
दाे महीने काराेबार बंद रहने से उत्पादन और मांग पर असर पड़ा... एमई अंसारी ने बताया कि काेराेना महामारी का असर खनिज विभाग पर भी पड़ा है। खनिज व्यवसाय से जुड़े व्यवसायी अाैर श्रमिक भी इसके प्रभाव से अछूते नहीं रहे। इसके कारण खनिजों की मांग पर भी असर आया है। खदानें बंद रहने के कारण खनिजाें का उत्पादन भी अनुमान के हिसाब से नहीं रहा। इसके कारण खदानों में काम करने वाले श्रमिकों के रोजगार पर भी संकट का असर आया है। 19 मार्च काे जिले में लाॅकडाउन लगा था। इस कारण सभी खदानें भी बंद थी। मई से जिले में खनन वापस शुरू हुआ। यह टारगेट केवल तीन महीने में हासिल किया है।
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source https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/bhilwara/news/mines-closed-for-two-months-so-fast-since-may-that-bhilwara-bijaulia-me-office-number-one-in-the-state-in-revenue-target-127569503.html
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