चोरियां रोकने के लिए पुलिस बाहरी लोगों से जुटा रही जानकारियां, , पुलिस का सूचना तंत्र भी फेल, सीसीटीवी ही सहारा
थाना पुलिस का कमजोर सूचना तंत्र की कड़ी के कारण इन दिनों चोरों की बल्ले-बल्ले हो रही है। चोर वारदात कर फरार हो जाते हैं और पुलिस महीनों तक इनको ढूंढ भी नहीं पाती है। जब ये पुलिस के हत्थे चढ़ते हैं तो फिर बरामदगी का संकट खड़ा हो जाता है। चोरी की गई राशि को चोर अपने मौज-शौक में उड़ा देते हैं। इसके चलते ज्यादातर चोरियों की वारदातों में आरोपियों की धरपकड़ के बाद माल बरामदगी में पुलिस के हाथ खाली ही रहते हैं।
इसका एक कारण चोरों की समय पर गिरफ्तारी नहीं होना भी है। अगर चोरों की समय पर धरपकड़ हो जाती है तो पुलिस को माल बरामदगी में भी बड़ी सफलता हाथ लग सकती है। जानकारों के अनुसार इन दिनों चोरों की सक्रियता का एक सबसे बड़ा कारण पुलिस का कमजोर होता मुखबिर तंत्र हैं। वारदात होने के बाद अब पुलिस पहले इलाके के सीसीटीवी फुटेज को देखती है व कॉल डिटेल खंगालती है। इनमें अगर पुलिस को आसानी से कोई सुराग मिल जाए तो ठीक अन्यथा इस प्रक्रिया में भी महीनों गुजर जाते हैं। तब तक आरोपी दूसरी वारदातों की योजनाओं में लग जाते हैं।
शहर की नहीं खुली लंबे समय से एक भी वारदात: कोतवाली थाना इलाके में लंबे समय से चोरी की एक भी वारदात नहीं खुली है। मंदिर में चोरी की वारदात से लेकर कोतवाली थाने के सामने दुकान में चोरी व कई घरों में चोरी की वारदातें हुई हैं, लेकिन खुलासा एक भी वारदात का नहीं हुआ है। वहीं देहात में हालात और भी बेकार हैं। शहर जैसी स्थिति देहात में भी हैं। वहां भी बड़े स्तर पर चोरी की वारदातें हुई हैं, लेकिन खुलासे नहीं हुए हैं।
टीम को और प्रभावी कर पकड़ेंगे चोरों को
चोरी की वारदातों के खुलासे के लिए टीम लगी हुई है, लेकिन और प्रभावी तरीके से कार्रवाई के लिए टीम को और मजबूत किया जाएगा। पुलिस के ज्यादातर जवान चुनावों की ड्यूटियों में भी हैं।
श्वेता धनखड़, पुलिस अधीक्षक, नागौर
क्षेत्र में बाइक चोर नहीं चढ़ रहे पुलिस के हत्थे
कोतवाली थाना इलाके में इन दानें बड़े स्तर पर मोटरसाइकिल चोरी की वारदातें हुई हैं, लेकिन खुलासे के नाम पर पुलिस के हाथ खाली है। जबकि मोटरसाइकिलों को चोरी हुए महीनों बीत गए हैं। इससे शहरवासियों में पुलिस के प्रति असंतोष की पैदा होती दिखाई पड़ रही है। जानकारों की मानें तो मोटरसाइकिल चोरी की वारदातों के नहीं खुलने के पीछे पुलिस का कमजोर सूचना तंत्र ही है। क्योंकि ज्यादातर वारदातों में पुलिस को न तो सीसीटीवी फुटेज मिले हैं और न ही कॉल डिटेल। इसके चलते मोटरसाइकिल चोर भी पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ रहे हैं।
शहर में थड़ी लगाकर सामान बेचने वालो के पास पहुंची पुलिस ने की पूछताछ
बढ़ती चोरियों को रोकने के लिए पुलिस ने शहर में सर्च अभियान शुरू कर दिया है। मंगलवार को पुलिस ने ऐसे लोगों को टटोला जो बाहर से यहां सामान बिक्री के लिए आए हुए थे। इनमें कंबल बिक्री करने वालों से लेकर खिलौने एवं अन्य आइटम वाले शामिल हैं। जो उत्तर प्रदेश, बिहार या अन्य प्रदेशों से यहां आकर और इस तरह का सामान बेचते हैं। पुलिस ने ऐसे लोगों के नाम-पते पूछने के साथ जरूरी जानकारियों को जुटाया है। इसके अलावा प्रमुख जानकारियों को एक रजिस्टर में इन्द्राज भी किया है। कोतवाली थाने के हैड कांस्टेबल कमलेश ने बताया कि शहर के मेला मैदान, मूंडवा तिराहा, कॉलेज रोड, वाटर बॉक्स चौराहा सहित अन्य जगहों पर डेरा डाले बैठे लाेगों से पूछताछ की गई है।
पुलिस इन प्रत्येक जगहों पर पहुंची और सभी से पूछताछ भी की गई है। इस दरम्यान कई ऐसे लोगों से भी पूछताछ की गई है जो गली-मोहल्लों में घूमकर सामान बिक्री का कार्य करते हैं। स्थानीय लोगों ने भी संदिग्ध लोगों के बारे में बताया है, शहर में कुछ दिनों से ऐसे युवा सामान बेचते हुए देखे जा रहे हैं जो ब्रांडेड जूते व कपड़े पहने हैं फिर भी कुछ कपड़े हाथ में लेकर बेचते दिखे हैं।
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source https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/nagaur/news/police-is-gathering-information-from-outsiders-to-stop-thefts-police-information-system-also-fails-cctv-only-support-127766396.html
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