पालड़ी राणावता जीएसएस पर नौकरी के दौरान बिजलीकर्मी ने 100 से ज्यादा पौधे पनपाए, अब 2 साल से रोज देखभाल कर रहे
चेनाराम रेवाड़ डिस्कॉम में हेल्पर रहे हैं। दो साल पहले रिटायरमेंट हो गया। इसके बाद भी वे 15 किमी दूर जाकर अपनी नौकरी की जगह पर हाथों से लगाए पौधों की देखभाल करना नहीं भूलते। भोपालगढ़ पंचायत समिति के पालड़ी राणावता गांव के 33 केवी जीएसएस पर नौकरी करते समय रेवाड़ ने सौ से ज्यादा पौधे लगाए।
अब यहां दूर से ही बगीचे जैसा दिखाई दे रहा है। रिटायरमेंट के बाद भी भोपालगढ़ से यहां बाइक पर आते हैं और पेड़े पौधों को पानी व अन्य देखभाल करते हैं। जीएसएस पर कई बार उपखंड अधिकारी ,तहसीलदार, थानाध्यक्ष सहित बिजली निगम के उच्च अधिकारी भी आ चुके है।
रेवाड़ को इस सेवा के लिए उपखंड स्तर पर सम्मानित भी किया जा चुका है। रेवाड़ ने बिजली घर परिसर को जिस तरह बगीचे का रूप दिया है उसमें सरकार का कोई बजट खर्च नहीं किया। ग्रामीणों के सहयोग से ही पौधे मंगवाकर लगाए। समय समय पर सार संभाल करने लगे। युवाओं की मदद जरूरी ली है। उनकी मेहनत का ही परिणाम है कि आज पूरा जीएसएस लहलहा रहा है।
भामाशाहों की मदद से नलकूप खुदवाया
बारिश के मौसम में तो पौधे पनप जाते हैं लेकिन गर्मी में पानी की कमी के चलते पौधे जलने लगे। इस पर रेवाड़ ने भामाशाहों के सहयोग से परिसर में नलकूप खुदवाया। इसके बाद अब पौधों को आसानी से पानी दिया जा रहा है। सहायक अभियंता सुरेंद्र सेंवर ने बताया कि यह उनका जुनून है। उनकी बदौलत आज पूरा जीएसएस किसी बगीचे से कम नहीं है।
वहीं, रेवाड़ बताते हैं कि मुझे बचपन से पेड़ पौधों के प्रति रूचि थी। अपनी कर्म स्थली पर नौकरी के साथ ऐसा किया। अब मन नहीं करता कि इनकी देखभाल छोड़ दूं। इसलिए घर बैठे रहने की बजाय हर दूसरे तीसरे दिन यहां पौधों की सेवा करने आ जाता हूं।
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source https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/jodhpur/news/during-the-job-at-paldi-ranavata-gss-the-power-worker-planted-more-than-100-saplings-now-caring-for-2-years-daily-127866874.html
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