खतरे में पड़ सकती है सरपंचाई क्योंकि, चुनाव के 15 दिन के भीतर देना होता है चुनाव अधिकारी को खर्च का ब्योरा, 131 सरपंच प्रत्याशियों में से मात्र 17 सरपंचों ने दिया, बाकी को नोटिस
पीपाड़ पंचायत समिति के 10 अक्टूबर को हुए सरपंच चुनाव को लेकर 20 दिन बाद भी सरपंच प्रत्याशी व चुने हुए सरपंच द्वारा खर्चे का ब्यौरा उपखंड अधिकारी कार्यालय में जमा नहीं करवाया गया। उपखंड अधिकारी शैतान सिंह राजपुरोहित ने बताया कि ग्राम पंचायत चुनाव में सरपंच की खर्च लिमिट 50,000 तय की गई थी।
वॉइस सरपंच प्रत्याशी व चुनाव सरपंचों को परिणाम जारी होने के पश्चात 15 दिवस के भीतर जमा खर्चे का ब्यौरा उपखंड कार्यालय में चुनाव अधिकारी के समक्ष पेश करना होता है। 20 दिन बीत जाने के पश्चात मात्र 17 सरपंचों ने चुनावी खर्चे का ब्यौरा दिया है। उपखंड अधिकारी ने बताया कि निर्वाचन विभाग की गाइडलाइन के तहत जमा खर्चे का ब्योरा नहीं देने वाले सरपंचों को पद से हाथ धोना पड़ सकता है।
ऐसे सरपंच को सरपंचाई खटाई में पड़ सकती हैं। हारे हुए प्रत्याशी चुनावी जमा खर्च का ब्यौरा नहीं देने पर आगे भविष्य में किसी भी चुनाव में दावेदारी नहीं पेश कर सकेंगे। 35 पंचायतों में 131 सरपंच प्रत्याशी मैदान में थे जिनमें से मात्र 17 ने जमा खर्च का ब्यौरा दिया है।
इन्होंने दी जानकारी
चुनाव के 20 दिन बाद मात्र 17 सरपंच ने खर्च का ब्यौरा दिया है। इनमें जगदीश डूडी, तुलसी चौधरी, पारी देवी, सुशीला चौधरी, प्रमिला चौधरी, वीरेंद्र डूडी, महिपाल भड़ियार, विनोद कंवर, संतोष कंवर,आयुचुकी, भंवरसिंह, पतासी, प्रकाश बोराणा, जीवनराम, संगीता व अनिल विश्नोई शामिल है। एसडीएम ने बताया कि गाइडलाइन के तहत नोटिस भेजे जा रहे हैं।
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source https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/jodhpur/news/sarpanchai-may-be-in-danger-because-within-15-days-of-the-election-the-election-officer-has-to-give-the-details-of-expenditure-out-of-131-sarpanch-candidates-only-17-sarpanches-gave-notice-to-the-rest-127866839.html
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