सुविवि में 50 साल पुरानी व्यवस्था बदली : आर्ट्स कॉलेज डीन को 10 विभागों के प्रमुख पद से हटाया
सुखाड़िया यूनिवर्सिटी के बोर्ड ऑफ मैनेजमेंट (बॉम) द्वारा इंचार्ज हैड बनाने के 27 नवंबर को लिए नए निर्णय से विवि की 50 साल पुरानी व्यवस्था में बदलाव हुआ है। इस निर्णय से जहां यूनिवर्सिटी के आर्ट्स कॉलेज के 10 विभागों में कॉलेज डीन और डिपार्टमेंट इंचार्ज का वर्षों से चला आ रहा दोहरा शासन समाप्त हो गया।
इस फैसले के बाद यूनिवर्सिटी के आंतरिक प्रशासन में ऑटोनोमी को एक नया आयाम मिलने की उम्मीद जागी है। सीधे शब्दों में कहें तो आर्ट्स कॉलेज डीन प्रो. सीमा मलिक सीधे तौर पर हिंदी, राजस्थानी, पत्रकारिता एवं जनसंचार, लाइब्रेरी साइंस, अर्थशास्त्र, राजनीति विज्ञान, म्यूजिक, फिजिकल एजुकेशन, फैशन टेक्नोलॉजी एंड डिजाइनिंग और वीमन स्टडीज विभागों के विभागाध्यक्ष पदों से आउट हो गई हैं। इनके बाद अन्य भावी डीन भी दोहरा शासन नहीं कर सकेंगे। डिपार्टमेंट और सब्जेक्ट से सीधा और गहरा संबंध नहीं होने से व्यवस्था के तहत थोपे गए हैड में टालमटोल की प्रवृत्ति की शिकायतें भी मिल रही थी। शिक्षाशास्त्रियों के अनुसार बदलाव न्यू एजुकेशन पॉलिसी के अनेक प्रतिमानों और लक्ष्यों के संदर्भ में अनुकूल परिणाम देने वाले होंगे।
विवि प्रवक्ता कुंजन आचार्य ने बताया कि व्यवस्थाएं बदलने के बाद अब आर्ट्स कॉलेज में हिन्दी (डॉ. आशीष सिसोदिया), राजस्थानी (डॉ. सुरेश सालवी), पत्रकारिता एवं जनसंचार (डॉ. कुंजन आचार्य), लाइब्रेरी साइंस (डॉ. पीएस राजपूत), अर्थशास्त्र (डॉ. नेहा पालीवाल), राजनीति विज्ञान (डॉ. विजया दीक्षित), म्यूजिक (डॉ. पामिल मोदी), फिजिकल एजुकेशन (डॉ. हेमराज चौधरी), फैशन टेक्नोलॉजी एंड डिजाइनिंग (पूर्व रेडिमेड गारमेंट्स) (डॉ. डोली मोगरा), वीमन स्टडीज (डॉ. गरिमा मिश्रा) विभागों में विभाग इंचार्ज का जिम्मा निभाते आ रहे थे, जो अब इंचार्ज हैड की जिम्मेदारी निभाएंगे।
यह फायदा : डीन अब रुटीन के कामों को और वक्त दे सकेंगे
सीधे तौर पर एक असिस्टेंट प्रोफेसर 12 वर्ष कार्यरत रहने के बाद ही एसोसिएट प्रोफेसर बनता है, तब कहीं जाकर उसे अपने डिपार्टमेंट का हैड बनने की योग्यता मिल पाती है। सुविवि के पहले के नियमानुसार जब तक डिपार्टमेंट में कोई एसोसिएट प्रोफेसर अथवा प्रोफेसर नहीं हो तो विभाग के हैड की चेयर को विभूषित करने का अवसर वर्षों से संबंधित कॉलेज के डीन को ही मिलता आ रहा था। डीन के पास यूजी लेवल के बहुत सारे काम होते हैं। ऐसे में कॉलेज डिपार्टमेंट दोनों की व्यवस्था लचर होने लगी थी। आर्ट्स कॉलेज की डीन प्राे. सीमा मलिक 10 डिपार्टमेंट की हैड थी। विशेषज्ञों का मानना है कि नए बदलाव से सकारात्मक माहौल बनेगा और आर्ट्स कॉलेज की नई लीडरशिप उभरकर आएगी।
कुलपति बोले-एचआरडीसी शुरू करने में तकनीकी रुकावट नहीं रहेगी, इंजार्च हैड एकेडमिक काउंसिल में विभाग प्रतिनिधि के तौर पर शामिल हो सकेंगे
डिपार्टमेंट के हैड नहीं होने से एचआरडीसी शुरू किए जाने में भी तकनीकी तौर पर रुकावट आ रही थी, जो अब दूर हो जाएगी। एक लंबे अरसे से इन विभागों को एकेडमिक काउंसिल में प्रतिनिधित्व नहीं मिल पा रहा था। अब इंजार्च हैड एकेडमिक काउंसिल में विभाग के प्रतिनिधि के तौर पर शामिल हो सकेंगे। -प्रो. अमेरिका सिंह, कुलपति सुविवि उदयपुर
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source https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/udaipur/news/50-year-old-system-changed-in-suvivi-arts-college-dean-removed-as-head-of-10-departments-127963574.html
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