एसएमएस में लोकल ऑक्सीजन प्लांट भेजा, जांच में पता चला
एसएमएस सहित प्रदेश के कई जिलों में ऑक्सीजन प्लांट लगाने वाली कंपनी को ब्लैक लिस्ट कर दिया गया है। वजह है, कंपनी ने टेंडर होने के बाद भी चार महीने के बाद तक ऑक्सीजन प्लांट ही नहीं लगाए। वहीं दूसरा कारण यह भी कि कंपनी ने टेंडर की शर्तों के विरुद्ध दूसरी कंपनी के लोकल प्लांट लगा दिए।
एसएमएस में यह प्लांट लगाने के बाद मामले का खुलासा हुआ तो जांच की गई और उसके बाद यह निर्णय किया गया। मालूम हो कि दैनिक भास्कर ने एक नवम्बर को “जयपुर बारां बूंदी में ऑक्सीजन प्लांट लगे ही नहीं, वेंटीलेटर खरीद में नियम ताक पर” शीर्षक से खबर प्रकाशित कर सच्चाई को उजागर किया था।
इसके बाद भी कंपनी ने ऑक्सीजन प्लांट नहीं लगाए और जानबूझकर एसएमएस में लोकल कंपनी का प्लांट लगा दिया, जिसके लिए निविदा ही नहीं निकली थी। अब जबकि एसएमएस में अगस्त माह में ही प्लांट लग जाना था, वह भी विलम्ब हो गया है और अब फिर से पूरी प्रक्रिया करनी होगी।
तो सभी जगह से क्यों नहीं ब्लैक लिस्ट
कंपनी की गड़बड़ी सामने आ चुकी हैं और एसएमएस प्रशासन ने उसे ब्लैक लिस्टेड कर दिया है। लेकिन एनएचएम की ओर से भी इसी कंपनी को बारां, बूंदी और सवाईमाधोपुर में अगस्त माह में ही प्लांट लगाने थे लेकिन अभी तक वे नहीं लगे। ऐसे में सवाल यह भी कि जब कंपनी की कई गड़बड़ियां सामने आ चुकी हैं तो केवल एसएमएस मेडिकल कॉलेज से सम्बद्ध अस्पतालों के लिए ही कंपनी को ब्लैक लिस्ट क्यों नहीं किया गया।
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source https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/jaipur/news/local-oxygen-plant-sent-in-sms-investigation-revealed-127963246.html
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