बदली व्यवस्था; ना प्रभातफेरी, ना लंगर, स्थानीय जत्था ही करेगा शबद-कीर्तन
उदयपुर | गुरुनानक जयंती सोमवार को मनाई जाएगी। प्रकाश पर्व काे लेकर गुरुद्वारें सज चुके हैं। वहीं काेराेना काल के कारण पहली बार लंगर सामूहिक नहीं हाेगा। घर-घर प्रसाद पहुंचाया जाएगा। बिना मास्क एंट्री भी नहीं दी जाएगी। वहीं स्थानीय जत्था ही शबद कीर्तन करेगा।
गुरुद्वारा सचखंड दरबार के प्रवक्ता रवींद्र पाल सिंह कप्पू ने बताया कि लंगर सामूहिक नहीं हाेगा। गुरुनानक साहिब ने इस परंपरा की शुरुआत की थी। जिसे कोरोना काल में भी आगे बढ़ाया जाएगा। यंग सिक्ख सेवा दल के अध्यक्ष आयुष अरोड़ा के नेतृत्व में लंगर घरों तक पहुंचाया जाएगा। ताकि परंपरा भी ना टूटे और संक्रमण के मद्देनजर गाइडलाइन की पालना भी हो। गुरुद्वारा समिति ने बाहर से आने वाले संगतकार, ग्रंथी आदि को आमंत्रण नहीं दिया। स्थानीय रागी जत्था ही शबद कीर्तन करेगा।
मुख्य सड़क से प्रवेश के बाद मत्था टेक कर पीछे के दरवाजे से बाहर निकलने की व्यवस्था रहेगी। श्रद्धालुओं से अपील की है कि इस बार वह घरों में रहकर ही पाठ करें। गुरुद्वारे में रक्तदान शिविर सुबह 9 बजे से होगा।
सुबह 6 से 7 :15 तक होगा नित्य-नियम पाठ
गुरुद्वारा सचखंड दरबार में सुबह 6 सुबह से 7 :15 नित्य-नियम पाठ होगा। फिर पहला दीवान 7:45 बजे से 9:30 बजे तक सजेगा। इसके बाद दूसरा दीवान सुबह 10 से दोपहर 1:30 बजे तक होगा। इस दौरान महेंद्र सिंह भाई के रागी जत्था का शबद कीर्तन होगा। नाइट कर्फ्यू के चलते शाम का दीवान 6 बजे से शाम 7:45 बजे तक ही चलेगा। शास्त्री सर्कल स्थित गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा में 9:30 बजे अखंड पाठ की समाप्ति होगी। 9:30 बजे हरभजन सिंह के रागी जत्थे का 11 बजे तक शबद कीर्तन होगा। बिना मास्क गुरुद्वारे में प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
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source https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/udaipur/news/replaceable-system-neither-prabhatferi-nor-anchor-only-local-group-will-do-shabad-kirtan-127963680.html
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