रात का पारा 5 डिग्री तक पहुुंचा, फसलों पर जमी बर्फ, नववर्ष में सर्दी का असर हो सकता है कम
साल 2020 के आखिरी दिनों में सर्दी रंग तेवर दिखा रही है। पारा जमाव बिंदु पर बना हुआ है। रात का न्यूनतम पारा 5 डिग्री के आसपास तक गिर चुका है। जिसके चलते सर्दी अपना सितम बढ़ा रही है। अब आसमान से बरस रही सर्दी पेड़-पौधों और खेतों की मेड़बंदी पर आकर जम गई।
सुबह जब उठे तो तारों की मेड़बंदी बर्फ से जाल की तरह नजर आ रही है। पांचौड़ी कस्बे में गत तीन दिन से पड़ रही तेज सर्दी से बुधवार सुबह जब लोग उठे तो खेतों की मेड़बंदी व फसलों पर बर्फ जमी थी। ट्यूबवेलों के पाइपों से पानी की जगह बर्फ निकल रहा था। किसान पाइपों को गर्म करके बर्फ को पिघलाते हुए नजर आए। दरअसल, पश्चिमी विक्षोभ के कारण पूरे उत्तरी भारत में शीत लहर चलने के साथ ही पश्चिमी राजस्थान में ठंड का प्रभाव बढ़ा है।
जिले में दिन का अधिकतम तापमान बुधवार को 20 डिग्री दर्ज किया गया। जबकि रात का पारा 5.2 डिग्री सेल्सियस रहा। माैसम वैज्ञानिकों ने नववर्ष पर सर्दी व शीतलहर का असर धीरे-धीरे कम होगा।
किसान : पारा 4-5 डिग्री के कारण जम रहा पारा
कृषि विशेषज्ञों के अनुसार न्यूनतम तापमान 4-5 डिग्री सेल्सियस से कम आने पर फसलों को पाला पड़ने की संभावना रहती है। उत्तर दिशा से शीत लहर चलने व आसमान साफ होने पर फसलों को नुकसान होता है। जिले में कड़ाके की सर्दी के चलते किसानों को चिंता सता रही है की पाला पड़ने से फसलों को नुकसान होगा।
स्वास्थ्य : कोल्ड डे में घर से बाहर निकलने से बचे, बच्चो का ख्याल रखे
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि कोल्ड डे के अलर्ट को ध्यान में रखते हुए लोगों को बाहर कम निकलना चाहिए। बच्चे, बुजुर्गों के स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
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source https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/nagaur/news/nights-mercury-reaches-50-frozen-snow-on-crops-winter-may-have-less-effect-in-new-year-128071396.html
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