राजस्व अधिकारियों को टारगेट 10 करोड़ रूपए का और वसूली दो करोड़ रुपए की भी नहीं
ग्रेटर निगम और हैरिटेज नगर निगम के जोन कार्यालयाें में तैनात राजस्व अधिकारी यूडी टैक्स वसूल करने को मिले टारगेट में फेल हो गए है। दरअसल ग्रेटर और हैरिटेज नगर निगम सीईओ ने नगर निगम के अधिकारी आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए राजस्व अधिकारियों को मौजूदा जोन के आधार पर दस करोड़ रुपए वसूल करने का टारगेट दिया है। जोन में कार्यरत राजस्व अधिकारियों को यह राशि 30 सितंबर तक वसूलनी थी। लेकिन अभी तक नगर निगम के अधिकारी दो करोड़ रुपए का यूडी टैक्स भी वसूल नहीं कर पाए है। जबकि अंतिम डेडलाइन बुधवार है। ऐसे में अफसरों की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे है। सवाल यह है कि आखिर दिन निगम के अधिकारी कितनी वसूली कर पाएंगे। अफसरों ने लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के दावे किए थे। ऐसे में अगर टारगेट जिन अफसरों का ठीक नहीं रहा तो उन पर गाज गिर सकती है। प्रत्येक राजस्व अधिकारी को 40 लाख रुपए यूडी टैक्स वसूली का टारगेट दिया था। अफसरों के लापरवाही करने पर निगम ने हाल ही में एक निजी कंपनी को वसूली का टैंडर दे दिया है। नगर निगम के अधिकारी इस वित्तीय वर्ष में पिछले छह माह में केवल 22 करोड़ रुपए की ही वसू...