निगम सीवर तो पीएचईडी पानी की लाइन डालकर भूला, आधी रह गई सड़क
नेशनल हाईवे की एक सड़क सरकारी कार्यालयों के दांवपेंच में फंस गई है। इस सड़क को पहले नगर निगम और बाद में पीएचईडी ने खोदा, लेकिन काम पूरा होने के बाद दाेनाें विभाग उसी हालत में छाेड़ कर चले गए। अब स्थिति यह है कि राेज धूल के गुबार उड़ते रहते हैं ताे बड़े-बड़े पत्थर और गड्ढों में उलझकर वाहन चालक गिरते-पड़ते गुजरते हैं। हम बात कर रहे हैं ओलिंपिक तिराहे से लेकर महात्मा गांधी ऑर्थोपीडिक वार्ड और रेलवे स्टेशन तक जाने वाली नेशनल हाईवे की डेढ़ किमी लंबी सड़क की। यह सड़क करीब 40 फीट चौड़ी है। महात्मा गांधी अस्पताल में आए दिन सीवर लाइन चाैक होने से पानी गंदा इकट्ठा हो जाता था। बारिश में यह समस्या और बढ़ जाती थी, इसलिए नगर निगम ने महात्मा गांधी अस्पताल के हॉस्टल से ओलिंपिक तिराहा हाेते हुए ऑर्थोपेडिक वार्ड तक नई लाइन डाल दी। लाइन बिछाने के साथ कनेक्शन देने का काम पूरा कर 20 दिन पहले विभाग अपना काम पूरा कर चला गया, लेकिन सड़क खुदी ही पड़ी है। इसके बाद इसी सड़क पर सिटी प्रोजेक्ट के तहत पेयजल लाइन डालने का काम पीएचईडी ने शुरू किया। ओलिंपिक तिराहे से रेलवे स्टेशन तक पेयजल लाइन बिछाई गई। इसके लिए सड़क क...